

श्री गुरुजाम्भो जी द्वारा दिये ज्ञानोपदेश की कुछ उक्तियो पर आओ विचार विमर्श करे।
सादर निवण प्रणाम🙏 श्री गुरुजाम्भो जी द्वारा दिये ज्ञानोपदेश की कुछ उक्तियो पर आओ विचार विमर्श करे। “ज्ञानी कै हिरदै परमोद आवत अज्ञानी लागत डांसू” ज्ञान की बात सुनकर जो धारण करता है वह गुणवान व्यक्ति है व सुगरा है जो व्यक्ति ज्ञान की बात सुनकर भी अपने जीवन मे धारण नही करता है वह गुणहीन व्यक्ति है, निगुरा व्यक्ति है उनको ये ज्ञान की बाते बिच्छू के डंक समान चूबती है। “खोज पिराणी ऐसा बिनाणी नुगरा खोजत नाही” हे…