

बिशनोई पंथ का मूल उद्देश्य
श्री गुरु जम्भेश्वरजी ने जिस पंथ की स्थापना की थी उसका मूल उद्देश्य क्या था और आज हम उस पंथ को कहा तक चला पाए यानी कि उसकी सँभाल किस तरह कर रहे हैं। पंथ का मूल उद्देश्य है कि जिया न जुक्ति ओर मुआ न मुक्ति देना। जुक्ति मतलब जीने की कला,जीने का सही ढंग,इस तरीके से जीवन यापन करने का सरल राह दिखाया और मरने उपरांत चौरासी लाख योनिया के बंधन से मुक्ति करना। जीवन जीने की राह…