

Protectors of nature, guardians of life.
Protectors of nature, guardians of life.
यह बीकानेर जिल की नोखा तहसील में स्थित हैं। सम्भराथल मुकाम से दो कि.मी. दक्षिण में हैं तथा पीपासर सें लगभग 10-12 कि.मी. उत्तर में हैं। बिश्नोई पंथ में सम्भराथळ का अत्यधिक महत्त्व हैं। यह स्थान गरू जाम्भोजी का प्रमुख उपदेश स्थल रहा हैं। यहंा गुरू जाम्भोजी इक्कावन वर्ष तक मानव कल्याण हेतु लोगों को ज्ञान का उपदेश देते रहें हैं। विभिन्न स्थानों पर भ्रमण करने के बाद जाम्भोजी यहीं आकर निवास करते थे। यह उनका इक्कावन वर्ष तक स्थायी निवास रहा हैं।…
Guru is Santoshi, established in contentment, always dwells in the welfare of others. (His) speech is the essence of nectar. He is beyond speech. He is bliss (parmaananda). Guru Jambheshwar Bhagwan
Guru understands the vibrations or dynamics of the universe and is a knower of Vedas. GURU JAMBHESHWAR BHAGWAN
Guru is one who lives and behaves naturally with a simple lifestyle, his actions are in complete harmony with his words and speech. Guru Jambheshwar Bhagwan
सन्त जाम्भोजी तथा बिश्नोई दर्शन Sant Jamboji Thata Bishnoi Darshan डाॅ. सहीराम बिश्नोई Sahiram Bishnoi “सन्त जाम्भोजी तथा बिश्नोई दर्शन द्वारा अनुप्राणित विश्नोई धर्म के सिद्धान्तों को विश्व-स्तर पर प्रायोजित करने हेतु यह पुस्तक प्रकाशित की गई हैं। लेखक ने सन्त जाम्भोजी के आध्यात्मि तात्विक, नैतिक एवं सांसारिक आदर्शो को प्रस्तुत करने हेतु पुस्तक में सन्त जाम्भोजी का परिचय, विश्नोई धर्म के 29 नियम, विश्नोई धर्म की धार्मिक एवं नेतिक मान्यता, विश्नोई धर्म के दार्शनिक विचार एवं अंहिसा सम्मिलित की…
समाज की बेटियों को कमजोर नहीं समझे, नीतू बिश्नोई का इंग्लेंड कोलपक डील में चयन, इंग्लेंड के लिए खिलेगी कब्बडी, समाज के लिए गर्व की बात। बहुत बहुत बधाई एवं शुभकामनाएँ