






5. मुक्ति धाम मुकाम
यह बीकानेर जिल की नोखा तहसील में हैं जो नोखा से लगभग 16 कि.मी. दूर हैं। यहांपर गुरू जाम्भोजी की पवित्र समाधि हैं। इसी कारण समाज में सर्वाधिक महत्त्व मुकाम का ही हैं। इसके पास ही पुराना तालाब गांव हैं। कहा जाता हैं कि गुरू जाम्भोजी ने अपने स्वर्गवास से पूर्व समाधि के लिये खेजड़े एवं जाल के वृक्ष को निशानी के रूप में बताया और कहा था कि वहां 24 हाथ की खुदाई करने पर शिवजी का धुणा एवं…


शब्द नं 69
जवंरा रे तैं जग डांडीलो कल की शेष व्याख्या से आगे काचा तोड़ निकूचा भाषै, अधट घटै मल माणों। वे कच्ची आयु के बालकों की देह से भी उनके प्राण छीनकर उन्हें पूरा ही निगल जाते हैं। शरीर से रहित होने पर बड़े-बड़े बलशालियों के बल का अभिमान भी उन यम दूतों के सामने चूर- चूर हो जाता है। धरति अरू असमान अगोचर, जातै जीव न देही जाणौं । ये यमदूत इस धरती पर और आसमान में विचरण करते हुए…

IPS Prem Sukh Delu Ji: Source of inspiration for all Yuva.
(First from left ) महामहिम राज्यपाल महोदय गुजरात श्री ओ. पी. कोहली जी से आज राजभवन में औपचारिक मुलाकात। जिसमें राज्यपाल महोदय ने संवेदी पुलिसिंग के ग़ुर दिए तथा उज्ज्वल भविष्य की कामना की।

उनतीस नियम
जाम्भोजी द्वारा प्रवर्तित इस सम्प्रदाय के अनुयायियों के लिए उनतीस नियमों का पालन करना आवश्यक है। इस सम्बन्ध में एक कहावत बहुत प्रसिद्ध है, जो इस प्रकार है – १) प्रतिदिन प्रात:काल स्नान करना। २) ३० दिन जनन – सूतक मानना। ३) ५ दिन रजस्वता स्री को गृह कार्यों से मुक्त रखना। ४) शील का पालन करना। ५) संतोष का धारण करना। ६) बाहरी एवं आन्तरिक शुद्धता एवं पवित्रता को बनाये रखना। ७) तीन समय संध्या उपासना करना। ८) संध्या…

बिश्नोई समाज जिदाँबाद… बिश्नोई रत्न चौ. भजन लाल अमर रहे
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