भारतीय प्रशासनिक सेवा (UPSC – 2017) के परीक्षा परिणाम आज शाम घोषित हुए, जिसमें दो बिश्नोई युवा रेगिस्तान के धोरीमन्ना से आईपीएस कृष्ण कुमार खिलेरी (रैंक – 174) और जांगलू गांव निवासी आईएएस विजयपाल बिश्नोई (रैंक – 290) ने सफलता हासिल की।
शिक्षा के क्षेत्र में उत्कृष्ट प्रदर्शन कर देश की सबसे प्रतिष्ठित परीक्षा में सफलता हासिल कर समाज को गौरवान्वित करने वाले इन युवा साथियों को Bishnoism – An Eco Dharma की पूरी टीम की ओर से इनको इस सफलता पर हार्दिक बधाई एवं उज्जवल भविष्य हेतु ढेरों शुभकामनाएं…💐💐
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परिचय : आईपीएस कृष्ण कुमार खिलेरी(रैंक – 174)
रेगिस्तान के धोरीमन्ना में दूध बेचकर प्रारंभिक पढ़ाई करने वाले कृष्णकुमार विश्नोई ने आईएएस बनकर बिश्नोई समाज का नाम रोशन किया।
कृष्ण ने जवाहरलाल नेहरू विवि से फॉरेन पॉलिसी ऑफ चाइना विषय पर एम.फिल किया हैं। कृष्ण विश्नोई 10 महीने पूर्व से भारत-चीन संबंधों पर केंद्र सरकार को विशेषज्ञ के रूप में परामर्श दें रहे है। कृष्ण इससे पहले एक साल से संयुक्त राष्ट्र के साथ सेवाएं दी।
उल्लेखनीय है कि कृष्ण का बचपन संघर्ष भरा रहा, स्कूल की फीस भरने के लिए पैसे नहीं थे, तो स्कूल से लौटकर खेत जाते और शाम को पिता के साथ दूध बेचा करते थे। ऐसे संघर्ष के बीच सरकारी स्कूल से करीब 92 प्रतिशत अंकों के साथ 8वीं पास की, लेकिन आगे की पढ़ाई खर्चा फिर समस्या बना। सीकर की एक स्कूल ने प्रतिभा को पहचाना और 10वीं तक फ्री पढ़ाया। 11वीं के लिए जोधपुर आए, तो निजी स्कूलों ने हिंदी मीडियम का कहते हुए एडमिशन नहीं दिया था। केवी से 12वीं की। सेंट स्टीफेन्स दिल्ली से ग्रेज्यूशन के बाद वर्ष 2013 में पेरिस स्कूल ऑफ इंटरनेशनल अफेयर्स में चयनित होने वाले सबसे युवा भारतीय बने। इसके लिए फ्रांस सरकार से करीब साढ़े तेरह लाख रुपए की स्कॉलरशिप भी मिली। इंटरनेशनल सिक्यूरिटी पर मास्टर डिग्री हासिल कर चुके विश्नोई ने पेरिस में क्लाइमेट चेंज पर हुए समझौते से पहले हुए सिमुलेशन प्रोसेस में ब्रिक्स राष्ट्रों में देश का प्रतिनिधित्व भी किया था। भारतीय प्रशासनिक सेवा -2016 में कृष्ण कुमार विश्नोई ने 422वीं रैंक हासिल की।