जाम्भाणी संत सूक्ति 

” व्याह वैर अरू प्रीत राजा,
बरोबर से कीजिए।
जात योग्य सुजान सुंदर,
जाय सगपन कीजिए।
-(पदमजी)
-भावार्थ-‘ विवाह, दुश्मनी और प्रेम समान अवस्था वालों के साथ ही निभता है। लड़के-लड़की का रिश्ता करते समय यह अवश्य देखें की वह योग्य, बुद्धिमान, सुंदर और स्वजातीय हो।
🙏-(जम्भदास)


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Sanjeev Moga
Sanjeev Moga
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