शुक्लहंस शब्द नं 67

श्री गढ़ आल मोत पुर पाटण दूणपुर गाँव का वासी मोती मेघवाल और उसकी पत्नी दोनों बिश्नोई बन गए। उन्होंने चमार का काम छोड़ दिया। वे साधुओं जैसा जीवन जीने लगे। ग्राम ठाकुर बीदा जोधावत को मोती का वह व्यवहार बहुत बुरा लगा। ठाकुर ने मोती को बुलाकर उसे कैद में डालने का हुक्म दिया तथा कहा कि वह अपने इष्टदेव से मदद लेना चाहे तो उसे चार पहर की छूट दी जाती है ।उस संकट की घड़ी में मोती…

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शब्द नं 68

बै कंवराई अनंत बधाई बीकानेर के राव लूणकरण ने गुरु जांभोजी की स्तुति की ओर जैसे ही चरण स्पर्श हो चुके, जाम्भोजी ने अपना हाथ उनके सिर पर रख कर उन्हें आशीर्वाद दिया।उसी समय राव का पुत्र पास ही अपना घोडा फेर रहा था तथा अनेक प्रकार के अश्वसंचालन के कौशल दिखा रहा था।उसे देख कर जमाती लोगों ने कुंवर की बड़ी प्रशंसा की तथा उन्होंने जब कहा कि ऐसा अश्व चालक और कोई नहीं देखा। राजकुंवर के अहंकार को…

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खिलते पुष्प : सुरेश भादू बिशनोई शूटिंग

सुरेश भादू s/o स्वर्गीय श्री हंसराज भादू निवासी रावतखेरा हिसार हरियाणा का सिलेक्शन नेशनल शूटिंग टीम में हुआ है। पूरे समाज की तरफ से आपको लख लख बधाई । आप आगे बढते रहें और समाज के युवाओ के लिए प्रेरणा का स्त्रोत बने रहें। धन्यवाद।

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Bishnoi

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