
बक्शणहार पालनहार थे बिश्नोई रत्न चौधरी भजनलाल जी
लछमन दास, आई.पी.एस. (Retd.) पूर्व डी.जी.पी. (हरियाणा) स्वर्गीय चौधरी भजनलाल जी से मुझे मिलने का अवसर मई, 1968 में मिला जब वे विधानसभा के चुनाव में जुटे हुए थे। उस समय मुझे आभास हुआ कि यह नेकदिल इन्सान बहुत उन्नति करेगा। वे गुरु रविदास महाराज की वाणी में यकीन रखते थे। उन्होंने गुरु जी की वाणी का उच्चारण करते हुए कहा नीची उच करे मेरा गोबिन्द काहूते न डरे। इसके बाद उन्होंने कहा था कि एक दिन इस प्रदेश की…







