
Protectors of nature, guardians of life.
Protectors of nature, guardians of life.


डा. कृष्ण कुमार जौहर दयानंद पी.जी. कॉलेज, हिसार पांच दशक तक राष्ट्रीय राजनीति में छाये रहे चौधरी भजनलालजी की राजनीतिक यात्रा भारतीय लोकतंत्र के विभिन्न सोपानों से होकर गुजरी है। स्वतंत्र भारत में शायद ही ऐसा कोई राजनेता हो जिसने…

चौधरी भजनलाल जी एक बहुत ही आस्थावान व विनम्र स्वभाव के महापुरुष थे। दूसरों के प्रति प्रेम, सम्मान व दया उनके हृदय में भरी हुई थी। बुजुर्गों और साधु संतों के प्रति तो उनके हृदय में अत्यन्त आदरभाव था। व्यापार…

ताराचंद खिचड़ वरिष्ठ उपाध्यक्ष, अ.भा. बिश्नोई महासभा, मुकाम चला लक्ष्मीश्च चलाः प्राणाश्चलं जीवितयौवनम्॥ चलाचले च संसारे धर्म एको हि निश्चलः॥ यह संसार परिवर्तनशील व चलायमान है। लक्ष्मी, जीवन व युवावस्था सब कुछ अस्थिर है। इस जगत में चलाचली लगी रहती…

वर्ष 1982 में तत्कालीन प्रधानमंत्री श्रीमती इंदिरा गांधी फतेहाबाद में चुनावी प्रचार के लिए आई थी, तब उनका व्रत था। तब इंदिरा ने कहा था कि वे कुछ नहीं खाएंगी क्योंकि उनका व्रत है। इस पर भजनलाल बोले मैडम दूध…

मनोज यादव गांव धमाना, हिसार जीवन का सबसे बड़ा सच मौत है, लेकिन इस सच पर भी सहसा विश्वास नहीं होता कि चौधरी भजनलाल आज हमारे बीच नहीं है। विश्वास नहीं होता कि ऐसे शालीन एवं शांत व्यक्ति के प्रति…

चौधरी भजनलाल की गिनती हमेशा से ही दबंग नेताओं में रही है। उन्होंने अपनी दबंगई कमजोरों व लाचारों पर नहीं बल्कि अत्याचारियों से निपटने के लिए चलाई। आज भी प्रदेश की 36 बिरादरी की लीडरशिप में सबसे दमदार नेता के…

डा. माया बिश्नोई ,डा. मदन खीचड़ 10-ए/11, न्यूकैंपस कृषि मौसम वैज्ञानिक एच.ए.यू.,हिसार ह.कृ.वि.,हिसार, धरती पर ऐसे कुछ विरले ही महापुरुष जन्म लेते हैं जो आम आदमी की सेवा में अपना पूरा जीवन लगा देते हैं, उन्हीं में से एक थे…

दुनिया के महान वैज्ञानिक अल्बर्ट आइंस्टाइन ने महात्मा गांधी के निधन पर कहा था कि आने वाली पीढ़ियां शायद ही यह विश्वास करे कि इस धरा पर हाड़ मांस का कोई व्यक्ति हुआ होगा जिसने सत्य और अहिंसा के बल…

वन संरक्षण अधिनियम Forest conservation Act-1980 का व्यापक संशोधन करते हुए वनों के संरक्षण एवं संवर्धन के लिए कड़े से कड़े नियम लागू करवाए। जिसमें किसी भी विकास परियोजना के क्रियान्वयन से पूर्व पर्यावरण मंत्रालय की अनुमति आवश्यक कर दी…

एक समय हरियाणा की सियासत तीन लालों देवीलाल, बंसीलाल, भजनलाल के इर्द-गिर्द घूमती थी। वैसे तो सभी लालों की अपनी खासियत थी। लेकिन भजनलाल के व्यक्तित्व का एक पहलू ऐसा था जो दूसरे लालों से उन्हें जुदा करता था। राजनीति…

। डा. महेन्द्र सिंह # अध्यक्ष, इतिहास विभाग, दयानंद महाविद्यालय, हिसार आज हरियाणा का नाम जैसे ही किसी के मन में या जुबान पर आता है तो सहसा एक प्रगतिशील, उन्नत व आधुनिक प्रदेश का चित्र मानस पटल पर बनता…