

मेरे साथी मेरे हमदम – पं. रामजीलाल पूर्व सांसद (राज्य सभा) Part 3.
1989 में लोकसभा चुनाव थे। श्री राजीव गांधी चौधरी साहब को फरीदाबाद से चुनाव लड़ाना चाहते थे। चौधरी बंसीलाल ने जाकर राजीव जी से कहा कि भजनलाल को आदमपुर से बाहर कोई नहीं जानता और आप एक सीट खो रहे हो परन्तुराजीव गांधी ने भजनलाल पर पूर्ण विश्वास किया और फरीदाबाद की टिकट दी। चौधरी साहब ने राजीव जी के विश्वास को कायम रखा और डेढ़ लाख वोटों से जीतकर लोकसभा पहुंचे। इस चुनाव में उन्होंने देवीलाल सरकार की धक्काशाही…

बक्शणहार पालनहार थे बिश्नोई रत्न चौधरी भजनलाल जी
लछमन दास, आई.पी.एस. (Retd.) पूर्व डी.जी.पी. (हरियाणा) स्वर्गीय चौधरी भजनलाल जी से मुझे मिलने का अवसर मई, 1968 में मिला जब वे विधानसभा के चुनाव में जुटे हुए थे। उस समय मुझे आभास हुआ कि यह नेकदिल इन्सान बहुत उन्नति करेगा। वे गुरु रविदास महाराज की वाणी में यकीन रखते थे। उन्होंने गुरु जी की वाणी का उच्चारण करते हुए कहा नीची उच करे मेरा गोबिन्द काहूते न डरे। इसके बाद उन्होंने कहा था कि एक दिन इस प्रदेश की…

जो भी बिश्नोई रत्न के संपर्क में आया कंचन बन गया
मा, पब्बाराम बिश्नोई प्रदेश मंत्री, भा.ज.पा., राजस्थान बिश्नोई रत्न चौधरी भजनलालजी के देहावसान के समाचार से संपूर्ण भारत का बिश्नोई समाज स्तब्ध है। यह समाचार समाज पर एक वज़पात के समान था और संपूर्ण मारवाड़ क्षेत्र में उस दिन चूल्हे तक नहीं जले। चौधरी साहब का जीवन संपूर्ण समाज के लिए हमेशा प्रेरणादायक रहेगा। संघर्षों से तपकर ही उनके ऐसे व्यक्तित्व का निर्माण हुआ। हरियाणा जैसे समृद्ध राज्य के लगभग 13 साल तक मुख्यमंत्री बने रहना और जनता के दिलों…

अपने आप में एक संस्था थे बिश्नोई रत्न चौधरी भजनलाल जी
सुभाष देहडू प्रधान बिश्नोई सभा, हिसार चौधरी भजनलाल जी बहुमुखी व्यक्तित्व के धनी थे। वे एक प्रखर राजनीतिज्ञ, कुशल प्रशासक, निपुण प्रबंधक, समर्पित समाजसेवी, सफल उद्यमी, भावुक व आस्थावान भक्त, मुक्त हस्त दानी, दूरदर्शी चिंतक व सफल रणनीतिकार थे। उन्होंने राजनीतिक क्षेत्र में छोटे-बड़े अनेक पदों को सुशोभित किया था, इसलिए उनका राजनीतिक अनुभव व्यापक व गहन था। इसी अनुभव के आधार पर आपने भारतीय राजनीति को एक नया आयाम प्रदान किया था। एक आम आदमी भी मुख्यमंत्री से सीधे…

एक युग प्रवर्तक थे बिश्नोई रत्न चौधरी भजनलाल जी
रामसिंह पंवार, महासचिव अखिल भारतीय बिश्नोई महासभा, मुक्तिधाम मुकाम केवल बिश्नोई समाज के ही नहीं अपितु सम्पूर्ण राष्ट्र के अति लोकप्रिय व सम्माननीय नेता अ.भा. बिश्नोई महासभा के संरक्षक चौधरी भजनलाल जी के निधन से समाज पर वज़पात हो गया। अब केवल उनकी, उन द्वारा करवाए गये विकास कार्यों की व बांटे गये प्रेम की स्मृति ही शेष रह गई है। वे समाज के बहुत बड़े आलोक स्तम्भ थे, जिनसे हमें पथ दिखाई देता था और हमें हर मंजिल सुगम…

दूरदर्शी राजनेता थे चौधरी भजनलाल जी
नित्थूराम धक्तरवाल कोषाध्यक्ष, बिश्नोई सभा, हिसार चौधरी भजनलाल जी उन विरले राजनीतिज्ञों में से थे जो समय की गति को पहचानते थे तथा उसी के अनुसार कार्य करते थे। जिस तकनीकी शिक्षा के बल पर भारत आज पूरे विश्व में अपनी पहचान बनाये हुए है, हरियाणा में इस शिक्षा के प्रवर्तक चौधरी भजनलाल जी ही थे। गुरु जम्भेश्वर तकनीकी विश्वविद्यालय, हिसार के साथ-साथ स्थान-स्थान पर इंजीनियरिंग कॉलेज स्थापित करने का श्रेय चौधरी साहब को जाता है। केन्द्र में कृषि मंत्री…

अमर रहेगी युगपुरुष की गाथा (Part 1)
डॉ. सुरेन्द्र कुमार बिश्नोई दयानन्द महाविद्यालय, हिसार (हरियाणा) मो. : 9812108255 पंद्रहवीं शताब्दी में तत्कालीन जोधपुर परगने के गांव मांझवास (वर्तमान राजस्थान के नागौर जिले में स्थित) में कुंभाराम मांझूगोत्रीय जाट रहते थे। उनके पुत्र रेड़ाराम जी थे जो एक कर्मठ किसान होने के साथ-साथ एक उच्च कोटि के भावुक भक्त थे। वे हर समय कुछ सीखने एवं ग्रहण करने यानि अपनाने को उत्सुक रहते थे। साधु-संतों और महापुरुषों के प्रति उनके हृदय में अतीव श्रद्धाभाव था। मध्यकालीन भारत में…

अमर रहेगी युगपुरुष की गाथा (Part 2)
1960 में हरियाणा में ग्राम पंचायतों के आम चुनाव हुए। अब तक भजनलाल अपनी मिलनसारिता के कारण चर्चित व लोकप्रिय हो चुके थे। 30 वर्षीय भजनलाल यह भी जान चुके थे कि आम आदमी का कल्याण केवल व्यापार के माध्यम से नहीं हो सकता, इसके लिए सर्वोपयुक्त माध्यम राजनीति ही है। इसी चुनाव को उचित अवसर समझकर लोकप्रिय भजनलाल ने ग्राम पंच का चुनाव लड़ा तथा विजयी होकर राजनीति में पदार्पण किया और फिर कभी पीछे मुड़कर नहीं देखा। जिला…

अमर रहेगी युगपुरुष की गाथा (Part 3)
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भजन लाल जी का राजनैतिक सफरनामा
डा. कृष्ण कुमार जौहर दयानंद पी.जी. कॉलेज, हिसार पांच दशक तक राष्ट्रीय राजनीति में छाये रहे चौधरी भजनलालजी की राजनीतिक यात्रा भारतीय लोकतंत्र के विभिन्न सोपानों से होकर गुजरी है। स्वतंत्र भारत में शायद ही ऐसा कोई राजनेता हो जिसने लोकतंत्र की छोटी से छोटी इकाई से अपनी यात्रा आरंभ की हो और बड़ी से बड़ी इकाई को भी छुआ हो। चौधरी भजनलाल जी एकमात्र ऐसे राजनेता थे जिन्होंने लोकतंत्र में इतने पर्दोको सुशोभितकिया था। चौधरी भजनलाल जी की राजनैतिक…

मस्ताजा जी ने दिया था आशीर्वाद
चौधरी भजनलाल जी एक बहुत ही आस्थावान व विनम्र स्वभाव के महापुरुष थे। दूसरों के प्रति प्रेम, सम्मान व दया उनके हृदय में भरी हुई थी। बुजुर्गों और साधु संतों के प्रति तो उनके हृदय में अत्यन्त आदरभाव था। व्यापार के सम्बन्ध में चौधरी साहब पचास के दशक में लुधियाना अक्सर आते-जाते थे। उनका लुधियाना आना-जाना अधिकतर रेलगाड़ी से होता था। एक बार वे रेलगाड़ी द्वारा लुधियाना से सिरसा आ रहे थे। गाड़ी में अत्यन्त भीड़ थी। उसी गाड़ी में…

धार्मिक प्रवृति के राजनेता थे भजनलाल जी
ताराचंद खिचड़ वरिष्ठ उपाध्यक्ष, अ.भा. बिश्नोई महासभा, मुकाम चला लक्ष्मीश्च चलाः प्राणाश्चलं जीवितयौवनम्॥ चलाचले च संसारे धर्म एको हि निश्चलः॥ यह संसार परिवर्तनशील व चलायमान है। लक्ष्मी, जीवन व युवावस्था सब कुछ अस्थिर है। इस जगत में चलाचली लगी रहती है। केवल धर्म ही एक ऐसा कर्म है जो निश्चल रहता है और इसके बल पर व्यक्ति अपने जीवन को सफल करने के साथ-साथ लोक कल्याण भी करता है। बिश्नोई रत्न चौधरी भजनलाल जी इस तथ्य को बखूबी समझते थे…