बिश्नोई समाज के अप्रतिम आदर्श बिश्नोई रत्न चौधरी भजनलाल
परम श्रद्धेय चौधरी भजनलाल जी का आकस्मिक निधन समाज की एक अपूर्णय क्षति है, जिसे कभी पूरा नहीं किया जा सकता।बिश्नोई रत्न की उपाधि से सम्मानित चौधरी साहब बिश्नोई समाज ही नहीं अपितु सम्पूर्ण मानव समाज के लिये एक उच्चतम आदर्श थे। उनकी बहुमुखी प्रतिभा, सौम्य तथा हंसमुख स्वभाव उनके चरित्र व व्यक्तित्व के विशिष्ट गुण थे, जिनके आधार पर वे जमीन से उठकर भारतीय राजनीति के व्योम में एक दीप्तिमान नक्षत्र के रूप में स्थापित होकर अमर हो गये।…
समर्पित समाज सेवी ये चौधरी भजनलाल जी
इस संसार सागर में अनेक जीव मनुष्य के रूप में जन्म लेते हैं और अपनी जीवन यात्रा पूरी करके चले जाते हैं। लेकिन इनमें से कुछ एक जीव अपने जीवन में ऐसे शुभ व समाजहित के कार्य कर जाते हैं जिन्हें दुनिया के लोग युगों-युगों तक याद करके उनके कार्यों का अनुसरण करते हैं। ऐसे ही समाज सेवा के प्रति समर्पित थे बिश्नोई रत्न चौधरी भजनलाल। चौधरी साहब ने समाजहित के लिए हमेशा आगे बढ़कर कार्य किया। देश के किसी…
एक धैर्यवान एवं निर्भिक चरित्र
बिश्नोई रत्न चौधरी भजन लाल जी का निश्चय रूप से एक निर्भिक एवं धैर्यवान चरित्र थे। शुरूआत में जब उन्होंने व्यापारिक जीवन आरंभ किया तब भी उन्होंने बड़ी निर्भिकता से व्यापार किया और जब राजनीतिक जीवन शुरू किया तो उनकी निर्भिकता एवं नम्रता और भी बढ़ गई। किसी के गुस्सा करने या उल्हाना देने पर तो वे और भी गंभीरता से सुनते एवं समाधान करने की कोशिश करते। धैर्य तो उन्होंने कभी खोया ही नहीं। यही कारण था कि अधिकारी…
चौधरी भजनलाल जी ने गुरु जम्भेश्वर का नाम दुनियां में चमकाया था
गुरु जम्भेश्वर जी महाराज धार्मिक अध्ययन संस्थानगुरु जम्भेश्वर विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय, हिसारबिश्नोई रत्नचौधरी भजनलाल जी पूर्व मुख्यमंत्री, हरियाणा के आकस्मिक निधन से भारतीय राजनीति कोअपूर्णय क्षति हुई है। हरियाणा के मुख्यमंत्री एवं भारत सरकार में पर्यावरण मंत्री और कृषि मंत्री रहते हुए उन्होंनेअनेक जनहितकारी कार्य किए हैं। भारत सरकार में पर्यावरण मंत्री रहते हुए उन्होंने गुरु जम्भेश्वर जी का नाम विश्वपटल पर चमकाया था। चौधरी साहब ने सन् 1994 में कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय के संस्कृत एवं प्राच्य विद्या संस्थान मेंगुरु…
चौधरीभजनलाल जी ने दिया था महिलाओं को आरक्षण
कामरेडणी माया देवी बड़ोपल, फतेहाबाद,स्वतंत्रता प्राप्ति के पश्चात् लोकतंत्र में केवल पुरुषों का ही वर्चस्व था। लोकसभा और विधानसभा तो दूर पंचायत स्तर पर भी महिलाओं की भागीदारी न के बराबर थी। वे केवल एक वोटर के रूप में ही लोकतंत्र की हिस्सा थी। चुनाव लड़ने-लड़ाने की बात महिलाएं सोच भी नहीं सकती थी। अशिक्षा भी उनके जीवन में बहुत बड़ी बाधा थी। जब उदार हृदय के नेता व दूरदृष्टि रखने वाले प्रशासक चौधरी भजनलाल जी हरियाणा के मुख्यमंत्री बने…
नारी उत्थान के पैरोकार थे बिश्नोई रत्न भजनलाल
श्रीमती नीरू बिश्नोई 1637, सैक्टर-15, पंचक्कूला-134113 ज्यूं ही 3 जून,2011 को सायं 5.00 बजे के बाद लोगों को बिश्नोई समाज के राजनैतिक पितामह, मसीहा, हिसार से सांसद और हरियणा के पूर्व मुख्यमन्त्रीबिश्नोई रत्नचौधरी भजनलाल जी के देहावसान का समाचार मिला तो सब ओर शोक की लहर दौड़ गई और लोगों का उनके अन्तिम दर्शनों के लिए उमड़ पड़ा एक बहुत बड़ा जन सैलाब। 4 जून,2011 को उनकी स्वर्गधाम अन्तिम यात्रा के समय ऐसा लग रहा था मानो सम्पूर्ण जिला हिसार…
कन्या भूण हत्या घोर विरोधी
आजकल प्रसव पूर्व जांच की नई-नई तकनीकों के प्रचलन में आने से नित्य प्रति कन्या भ्रूण की हत्याएं हो रही हैं, जिस कारण बालिकाओं की संख्या बालकों के मुकाबले में बहुत ही पिछड़ गई है। इसी से द्रवित होकर बिश्नोई रत्नचौधरी भजनलाल ने अपने शासन काल में घर में कन्याओं के मान सम्मान में वृद्धि करने के लिए महात्मा गाँधी की 125वीं जयन्ती के अवसर पर 2 अक्तूबर, 1994 को एक बहुत ही आकर्षक नई योजना अपनी बेटी-अपना धन का…
लिखी जनकल्याण व विकास की इबारत
डॉ. चन्द्र त्रिखा हरियाणा की राजनीति में सबसे लंबी पारी खेलने वाले दिग्गज राजनीतिज्ञ चौधरी भजनलाल अब नहीं रहे। इसके साथ ही हरियाणवी राजनीति के बहुचर्चित तीसरे एवं अंतिमलाल की गाथा का अध्याय समाप्त हुआ। तीन बार मुख्यमंत्री व केंद्रीय मंत्रिमंडल में प्रभावी मंत्री के रूप में निरंतर सक्रिय बने रहने वाले चौधरी भजनलाल ने अपनी मौलिक कार्यशैली एवं राजनीतिक पटुता के बूते जनकल्याण एवं विकास की इबारत लिखने में पूरी सक्रियता से शिरकत बनाए रखी। चौधरी भजनलाल में एक…
एक अलौकिक चरित्र थे चौधरी भजनलाल जी
जयप्रकाश बिश्नोई एडवोकेट विष्णु अवतार भगवान जांभो जी के बारे में एक अज्ञात कितु प्रत्यक्ष दृष्टा एवं यथार्थ वक्ता कवि ने एक साखी में लिखा है कि रावां सूरंक रंके राजिंदर, हस्ती करेगाडरियो जीवनैअर्थात यदि विष्णु जी की यदि कृपा जीव पर हो जाए तो एक साधारण व्यक्ति राजा हो जाता है। ऐसी ही असीम कृपा चौधरी भजनलाल जी पर विष्णु अवतार गुरु जम्भेश्वर भगवान की हुई थी। जो एक साधारण कृषक परिवार में जन्म लेकर एक प्रतिभाशाली राजा बने।…
भजन लाल पुय्ख हो अवतारी रै
डॉ. कृष्णलाल बिश्नोई हरियाणे रो सबठो ढहग्यो ठांव रै। जाणे ढहगी आदमपुर री छांव रै। सूनी सूनी लागै मोहम्मद गांव रै। गलियां गलियां गूंजै थारो नांव रै। छतीस कौमां रो जाणे टूटग्या पांव रै। भजन लाल ऊची घणी ही सांव रे॥1॥ आदमपुरिया कैवतां सुणावै रै। जूनी जूनी बातां याद करावै रै। पंथ जाम्भाणी विहकती जावै रै। नियम धरम अब कुण बतावै रै। आंख्यां मांय आंसूड़ा नीं मावै रै। भजनलाल घणो याद आवै रै॥2॥ सूत्योड़ा समाज नै। जगावंतो रै। सगळा नै…
शून्य ये शिखर तक
प्रो. उदयभानु हंस, राज्य कवि, हरियाणा इस हरियाणा राज्य के मुख्य तीन हैं लाल। भजनलाल जी चौधरी उनमें एक मिसाल। लोक-हितैषी लोकप्रिय राजनीति में दक्ष। सदा प्रशासन में लिया जनता का ही पक्ष। साधारण परिवार में जन्मे पाया सबका स्नेह। किन्तु शून्य से शिखर तक पहुंचे नि:संदेह। पहले तो मंत्री बने मुख्यमंत्री पश्चात। धरती से आकाश को स्वयं छुआ, क्या बात। कही इसे संयोग या मात्र भाग्य का खेल। सतत परिश्रम, सूझबूझ, कौशल का है मेल। वे मृदुभाषी पारखी, हंसमुख…
सूना हो गया चमन
हरियाणा में जब-जब तुमने राज किया। तरक्की और खुशहाली का आगाज किया। हर फरियादी को पूरा-पूरा मान दिया। हर शख्श का हर पल तुमने काम किया। आज तुम्हारे जाने से सूना हो गया चमन। हरियाणा का जन–जन करता तुमको नमन।91-एन, न्यू माडल टाउन एक्सटेंशन, हिसार