

बिश्नोई समाज द्वारा 541वां बिश्नोई धर्म स्थापना दिवस शहर के बिश्नोई मंदिर में श्रद्धा और उत्साह के साथ मनाया जा रहा हैं। इस अवसर पर मंदिर परिसर में जांभाणी हरि कथा ज्ञानयज्ञ के भव्य आयोजन में सैकड़ों श्रद्धालु स्वामी सच्चिदानंद महाराज के दिव्य प्रवचनों द्वारा जांभोजी के सिद्धांतों का श्रवण कर रहे हैं।
कार्यक्रम में कैबिनेट मंत्री कृष्ण कुमार बेदी तथा भाजपा के वरिष्ठ नेता एवं पूर्व विधायक दुड़ाराम ने विशेष रूप से शिरकत की। कैबिनेट मंत्री कृष्ण कुमार बेदी ने कहा कि बिश्नोई समाज ने सदैव मानवता, जीवों के प्रति करुणा और पर्यावरण संरक्षण के क्षेत्र में अनोखा उदाहरण प्रस्तुत किया है। बिश्नोई धर्म की शिक्षाएं आज भी समाज को प्रकृति के साथ संतुलन बनाकर जीवन जीने की प्रेरणा देती हैं। बिश्नोई धर्म की मूल भावना जीव मात्र से प्रेम ही सच्ची भक्ति है का संदेश आज भी उतना ही प्रासंगिक है। उन्होंने श्रद्धालुओं से जीवन में दया, सेवा और संयम को अपनाने का आह्वान किया।
भाजपा के वरिष्ठ नेता एवं पूर्व विधायक दुड़ाराम ने कहा कि बिश्नोई समाज की पहचान सेवा, संवेदना और सरल जीवनशैली से है। स्वामी सच्चिदानंद महाराज के दिव्य प्रवचनों से जीवन में धर्म, करुणा और पर्यावरण संरक्षण के प्रति नई प्रेरणा मिलती हैं। समाज के लोगों ने श्री गुरु जांभोजी के सिद्धांतों पर चलते हुए पर्यावरण बचाने, जीवों की रक्षा करने और समाज में प्रेम व भाईचारे का संदेश फैलाने में सराहनीय भूमिका निभाई है। उन्होंने कहा कि गुरु जांभोजी का मार्ग ही सच्चे अर्थों में जीवन का सार है। सभी ने गुरु जांभोजी की शिक्षाओं को जन-जन तक पहुंचाने का संकल्प लिया।