श्री गुरुजाम्भो जी द्वारा दिये ज्ञानोपदेश की कुछ उक्तियो पर आओ विचार विमर्श करे।

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सादर निवण प्रणाम🙏
श्री गुरुजाम्भो जी द्वारा दिये ज्ञानोपदेश की कुछ उक्तियो पर आओ विचार विमर्श करे।
“ज्ञानी कै हिरदै परमोद आवत अज्ञानी लागत डांसू”
ज्ञान की बात सुनकर जो धारण करता है वह गुणवान व्यक्ति है व सुगरा है जो व्यक्ति ज्ञान की बात सुनकर भी अपने जीवन मे धारण नही करता है वह गुणहीन व्यक्ति है, निगुरा व्यक्ति है उनको ये ज्ञान की बाते बिच्छू के डंक समान चूबती है।
“खोज पिराणी ऐसा बिनाणी नुगरा खोजत नाही”
हे प्राणी ! तू उस परमतत्व को खोज जिसको खोजकर तू सदा के लिए अमर हो जाएगा परन्तु अवगुणी (नुगरा)व्यक्ति उसकी खोज नही कर सकता।
“वै फेर आसन मुकर होय बैसेला नुगरा थान रचायसै”
जो गुनहीन व्यक्ति है वह लोगो को झूठी आस्थावान होने का स्वाग रचाकर, यानी ईश्वर से विमुख होकर विभिन्न थानों,डेरो,आश्रमो एव मठो का निर्माण कर वहा अपना आसन पीठ एव गद्दी को स्थापित करेंगे।
“ताथै नुगरा झूझ न कियो तै पूज्या कलि थानू सेई बसे शैतानू”
जो गुणहीन लोग हैं वे इस कलियुग में विभिन स्थानों-थानों पूजा स्थलों,डेरो,मठो,मन्दिरो में जाकर पूजा करते हैं, जहा ईश्वर के स्थान पर शैतान का निवास होता है।ऐसे लोग मनराजा से युद नही कर सकते तथा अपना लोक और परलोक दोनो का सुख गवा देते हैं।
“निर्गुण रूप हमे पतियानी थल सिर रहा अगोचर वाणी”
हे लोगो ! आप निर्गुण, निराकार ईश्वर में विश्वास करो.वह परमात्मा निर्गुण रूप में सब सर्वत्र व्याप्त है।जो समराथल पर अगोचर वाणी के रूप में उपस्थित है।जिसका वर्णन करना वाणी कि शक्ति व सीमा से परे है।
“अलख अलख तू अलख न लखणा तेरा अनन्त इलोलू
कौण सी तेरी करणी पूजै कौण सै तिहि रूप सतूलू”
हे लोगो ! वह परमात्मा अलक्ष्य,अलख है उसके गुण असख्य है उसकी गति अनन्त है।उसकी करणी की कोई बराबरी नही कर सकता है।उस परमसत्ता के तुल्य और कौन है ?
जिसकी पूजा की जाए ?
अर्थात एक सर्वशक्तिमान निराकार निर्गुण ईश्वर विसन की ही पूजा करनी चाहिए।
“जपो रै जिण जपै लाभे रतन काया एक हाणि”
हे लोगो ! विसन का जप करो,जप से अत्यन्त लाभ होगा.रतन रूपी काया का यही आभूषण है।
“विसन विसन तू भण रै प्राणी विसन भणता अनन्त गुंणु
आशा सास निराश भइलो पावो मोख दवार खिणु”
हे प्राणियों ! तुम परमात्मा विसन का जप करो ,विसन के स्मरण करने पर तुम्हे असख्य गुंण लाभ मिलेंगे।ऐसा करने से सांस की आशा से निराश होने(मृत्यु होने पर)के बाद क्षण मात्र में मोक्ष की प्राप्ति हो सकती है।

समस्त त्रुटियों के लिए क्षमा याचना🙏🙏

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Sanjeev Moga
Sanjeev Moga
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