सटीक होता था चौधरी भजनलाल जी का राजनीतिक मूल्यांकन

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मखनलाल गोदारा सदलपुर,हिसार
चौधरी भजनलाल जी एक व्यापक अनुभव व गहन समझ रखने वाले राजनेता थे। मुझे उनके सुरक्षा अधिकारी के रूप में 18 वर्ष तक उनके साथ रहने का अवसर मिला। इस दीर्घ अवधि में मैंने बहुत निकट से देखा कि उनका राजनीतिक मूल्यांकन व अनुमान कितना सटीक होता था। राजनीतिक हवा के रूख को भांपना और उसके परिणाम की सही भविष्यवाणी करना चौधरी साहब के व्यापक अनुभव और गहन समझ का प्रमाण था। एक बार नहीं अनेक बार ऐसे अवसर आए जब चौधरी साहब ने हमें यात्रा करते हुए राजनीति के भावी मोड़ के बारे में पहले ही बताया और समय आने पर वह बात सही साबित हुई। 1998 में जब केन्द्र में वाजपेयी सरकार को बहुमत सिद्ध करना था तो चौधरी साहब ने तीन दिन पहले ही कह दिया था कि सरकार या तो एक वोट से गिरेगी या एक वोट से बचेगी, इससे ज्यादा अंतर नहीं रहेगा। तीसरे दिन विश्वास मत के दौरान यही हुआ और सरकार एक मत से गिर गई।
हरियाणा विधानसभा के एक-एक क्षेत्र के आंकड़े चौधरी साहब की ऊंगलियों पर थे। किसी क्षेत्र में चुनाव के दौरान क्या समीकरण बन सकते हैं? कौन-कौन सी पार्टी किस-किस प्रत्याशी को उतारे तो परिणाम क्या हो सकते हैं? कौन-कौन आजाद उम्मीदवार के रूप में किसका खेल बिगाड़ सकते हैं? इन सब बातों का तो चौधरी साहब को जैसे पहले से ही पता होता था। जो बात वे कह देते थे, परिणाम उससे बाहर नहीं जाता था। जिस क्षेत्र में वे चुनाव प्रचार करने जाते थे, गाड़ी में वापिस बैठते ही उस क्षेत्र का परिणाम बता देते थे और वह शत प्रतिशत सही होता था। चौधरी साहब की चुनाव प्रचार के समय राजस्थान में बहुत मांग रहती थी। विशेषकर मारवाड़ में तो वे स्टार चुनाव प्रचारक की भूमिका में रहते थे। जैसा सटीक मूल्यांकन उनका हरियाणा के चुनावों में रहता था वैसा ही मूल्यांकन अन्य राज्यों के चुनावों में भी रहता था। महान राजनीतिक दृष्टाचौधरी भजनलाल जी की इस गहन समझ का लोहा सभी मानते थे।
चौधरी भजनलाल जी के लम्बे साथ में मैंने जो सबसे बड़ी सीख ली, वह थी समय का आदर। वे अपनी दिनचर्या में बहुत नियमित थे। प्रात: पांच बजे से पहले ही उठ जाते थे और पांच बजे नियमित रूप से सैर करते थे। जब कोई लम्बी यात्रा करनी होती थी तो चौधरी साहब पांच बजे ही यात्रा शुरू कर देते थे। गाड़ी में यात्रा करते समय वे रेडियो से प्रात: और सायं 6 बजे से 6.10 तक समाचार सुनना कभी नहीं भूलते थे। तत्पश्चात वे 7.00 बजे तक धार्मिक भजन सुनते थे और 7.00 बजे रेडियो बंद करवा देते थे।
चौधरी भजनलाल जी केवल किसी क्षेत्र विशेष के ही शुभचिंतक नहीं थे, वे सर्वे भवन्तु सुखिन: के आकांक्षी थे। जब भी वे यात्रा कर रहे होते थे या घर पर होते थे तो वर्षा होने पर फोन करके पूरे हरियाणा व दिल्ली, राजस्थान, पंजाब, हिमाचल तक पता करते थे कि वर्षा हुई या नहीं। यह कार्य उनके स्वभाव में था इसलिए वे मुख्यमंत्री रहते हुए भी और न रहते हुए भी इसे अवश्य करते थे। वे अपने सुरक्षा गाडों को अपने परिवार का सदस्य मानते थे और समय-समय पर उनकी कुशलता पूछते रहते थे। वे जहां भी जाते थे अपने सुरक्षा गाडों की सुविधा का अपने से अधिक ध्यान रखते थे। उनके सान्निध्य में बिताया समय मेरी चिर स्मृति बन गई। वे सदैव मेरे हृदय में विराजमान रहेंगे। शतशत नमन सहित।

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Sanjeev Moga
Sanjeev Moga
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