Jambhguru

आरती कीजे श्री जम्भ तुम्हारी

ऐप पर पढ़ें!

शब्दवाणी, भजन, आरती, जांभाणी कैलेंडर और बहुत सारे फ़ीचर सिर्फ ऐप्प पर ही उपलब्ध है जरूर इंस्टॉल करें

आरती कीजे श्री जम्भ तुम्हारी,चरण शरण मोही राखो मुरारी
पहली आरती उनमुन कीजे, मन बच कर्म चरण चित दीजे।।
दूसरी आरती अनहद बाजा, श्रवणे सुना प्रभु शब्द अवाजा।।
तीसरी आरती कंठसुर गावे, नवध्या भक्ति प्रभु प्रेम रस पावे।
चैथी आरती हिरदै में पूजा, आत्मदेव प्रभु और न दूजा।।
पांचवीं आरती प्रेम प्रकाशा, कहत ऊधो साधोचरण निवासा।।

ऐप पर पढ़ें!

शब्दवाणी, भजन, आरती, जांभाणी कैलेंडर और बहुत सारे फ़ीचर सिर्फ ऐप्प पर ही उपलब्ध है जरूर इंस्टॉल करें


Discover more from Bishnoi

Subscribe to get the latest posts sent to your email.

Sanjeev Moga
Sanjeev Moga
Articles: 816