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दैनिक बीकानेर, भास्कर न्यूज | नोखा
बिश्नोई समाज का सबसे बड़ा मेला फाल्गुन कृष्ण पक्ष की अमावस्या को मुकाम में भरेगा। पांच दिन चलने वाले इस मेले में देश और विदेशों में रहने वाले समाज के लोग गुरु महाराज को धोक लगाने पहुंचेंगे। इस बार इस मेले में करीब 7 लाख लोगों के पहुंचने की उम्मीद है।
इस बार यह मेला 8 से 12 मार्च तक गुरु जंभेश्वर महाराज के समाधिस्थल मुकाम में भरेगा। इस बार 9 मार्च की शाम 6 बजकर 18 पर अमावस्या लगेगी। अमावस्या की रात्रि का जागरण होगा। मेला भी इसी दिन होगा। 10 मार्च की सुबह अमावस्या के दिन सूर्य उदय के साथ विशाल हवन-यज्ञ मुकाम समराथल धोरे पर होगा। मुकाम में धोक लगाने के बाद विश्नोई समाज के लोग यहां से तीन किलोमीटर दूर समराथल धोरे पर भी लोग पैदल पहुंचकर धोक लगाएंगे। यहां पर गुरु महाराज जांभोजी ने 51 साल तक तपस्या करने के बाद बिश्नोई समाज की स्थापना की थी। मुकाम में फाल्गुन अमावस्या को बिश्नोई समाज के लोग देशी घी और खोपरे की आहुतियां देंगे।
इस मेले की खास बात यह है कि पांच दिन तक मुकाम में किसी तरह का नशा नहीं होता। यहां आने से पहले लोग नशे का छोड़कर आते हैं। जब तक यहां रहते हैं वे किसी भी तरह का नशा नहीं करते। पांच दिन बाद यहां पर पुष्कर के बाद सबसे बड़ा ऊंट मेला लगेगा।
समराथल धोरे पर की थी 51 वर्ष तक तपस्या
गुरु जंभेश्वर महाराज ने 1542 मैं 51 साल तक नोखा तहसील के समराथल धोरे पर तपस्या की थी। इसके बाद यहीं पर विश्नोई समाज की स्थापना की गई। इसलिए यहां भी जांभोजी महाराज का मंदिर बना हुआ है। यहां के मंदिर और आसपास भामाशाहों के सहयोग से कैलाश पर्वत की तरह की तीन फव्वारे लगाए गए है। यहां की हवन शाला के फर्श को पक्का बनवाया गया है। मेले के दौरान अमावस्या के दिन मुकाम से तीन किलोमीटर दूर समराथल धोरे पर दिनभर रैला नजर आएगा।
मेले के दौरान 1200 कार्यकर्ता संभालेंगे मोर्चा
मुकाम मेले के दौरान गुरु जंभेश्वर सेवक दल के 1200 कार्यकर्ता मैले में आने वाले लोगों की सेवा सुश्रूषा में लगेंगे। ये लोग 7 मार्च को ही मुकाम पहुंच जाएंगे। जंभेश्वर सेवक दल के कार्यकर्ता आठ मार्च से मोर्चा संभाल लेंगे। 12 मार्च तक लगातार सेवाएं देने के बाद ये 13 मार्च को अपने-अपने स्थान के लिए रवाना हो जाएंगे।
खुला अधिवेशन 10 को 10 मार्च सुबह 10 बजे से अखिल भारतीय विश्नोई महासभा द्वारा आयोजित विश्नोई समाज का खुला अधिवेशन सभा स्थल मंदिर परिसर के पास पांडाल में होगा। अधिवेशन में समस्त भारतवर्ष से आए श्रद्धालु भाग लेंगे। इस बार मुख्य अतिथि केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के अलावा राज्य के मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा को निमंत्रण दिया है।
होगी पेयजल किल्लत
मेले के दौरान मुकाम और समराथल धोरे पर पेयजल किल्लत होगी। मुकाम में एक ट्यूबवेल और समराथल धोरे पर 2 ट्यूबवेल लंबे समय से बंद पड़े हैं। मेले के दौरान लोग पेयजल किल्लत से परेशान होंगे।
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