खेजङली बलिदान
जोधपुर जिले से लगभग 25 किलोमीटर दूर दक्षिण में प्रकृति के आंचल में बसा खेजङली गांव यहां हुए पर्यावरण यज्ञ के लिए प्रसिद्ध है जिसे यहां के श्रेष्ठ मनुष्यों ने अपने शरीर की यज्ञाहुति देकर सफल बनाया। यहां वृक्ष रक्षार्थ…
Protectors of nature, guardians of life.
Protectors of nature, guardians of life.
जोधपुर जिले से लगभग 25 किलोमीटर दूर दक्षिण में प्रकृति के आंचल में बसा खेजङली गांव यहां हुए पर्यावरण यज्ञ के लिए प्रसिद्ध है जिसे यहां के श्रेष्ठ मनुष्यों ने अपने शरीर की यज्ञाहुति देकर सफल बनाया। यहां वृक्ष रक्षार्थ…
तीस दिन सूतक, पांच ऋतुवंती न्यारो। सेरा करो स्नान, शील सन्तोष शूचि प्यारो। द्विकाल संध्या करो, सांझ आरती गुण गावो। होम हित चित प्रीत सूं होय, बास बैकुंठा पावो। पाणी बाणी ईधणी दूध, इतना लीजे छाण। क्षमा दया हिरदे धरो,…