

Protectors of nature, guardians of life.
Protectors of nature, guardians of life.
जाम्भोजी द्वारा प्रवर्तित इस सम्प्रदाय के अनुयायियों के लिए उनतीस नियमों का पालन करना आवश्यक है। इस सम्बन्ध में एक कहावत बहुत प्रसिद्ध है, जो इस प्रकार है – १) प्रतिदिन प्रात:काल स्नान करना। २) ३० दिन जनन – सूतक…
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सिद्ध महात्मा अलूनाथ जी कविया के पूर्वज अपने मूल स्थान बिराई को छोड़ सणला में आ बसे थे। वहाँ 1520 मे हेमराज जी के घर अलू जी का जन्म हुआ। इनकी माता के नाम आशाबाई था जो सान्दू शाखा से…
Renu Bishnoi किसी अन्य मत/सम्प्रदाय/पंथ/धर्म के अनुयायीयों को अपने मत/सम्प्रदाय में दीक्षित करने की परम्परा को नाम-दीक्षा, नाम-दान, नाम-लेना आदि के नाम से जाना जाता है। इस प्रक्रिया में एक गुप्त नाम/मंत्र किसी डेरे, आश्रम, मठ, पीठ आदि से संबंधित…
रूंखा तणो निवास जठे जीव दया री जाण जठे। पर्यावरण री ओलखाण विश्नोई पहचाण बठे ।। मां हमेशा अपने बच्चों का ख्याल रखती है और उनकी हर जरूरतों को पूरा करने में अपनी जान लगा देती है। आज हम आपको…
*प्रश्न1.जांभोजी कितने वर्ष तक मौन रहे ?**उत्तर 1:-7 वर्ष तक मौन रहे ।**प्रश्न2. जांभोजी ने कितने वर्ष तक गायों को चराई थी ?**उतर 2:-27 वर्ष**प्रश्न 3:- जांभोजी ने कितने वर्ष तक शब्द सुनाएं ?**उतर 3:- 51 वर्ष तक शब्द सुनाए…
1. Thirty days to be observed in seclusion after the delivery by a woman. 2. Five days to be observed in seclusion during the menses by a woman. 3. Taking daily bath early morning. 4. Maintaining calm and patience. 5.…
1.तीस दिन सूतक तीस दिन तक प्रसूता स्त्री को गृह कार्य से पृथक रखना चाहिये। उन्नतीस नियमों में यह पहला नियम है। मानव के शारीरिक, मानसिक तथा बौद्धिक विकास की यही नींव है। यहीं से माानव जीवन प्रारम्भ होता है।…