
भूल बिसर मत भजन
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Protectors of nature, guardians of life.
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थार धरा में नाम सवाई , परमगुरु जम्भेश्वर का | ‘विष्णु विष्णु तूं भण रे प्राणी, जाप धरा औ अम्बर का || विकट काल जिसमें सत्ता ने, नैतिकता ठुकराई थी | चारों और अधमता नाचे, और नीचता छाई थी ||…


कभी पीपासर आई बहार थी, है कथा जम्भगुरु अवतार कीकभी पीपासर आई बहार थी,है कथा जम्भगुरु अवतार की ।।मर्म सब पीपासर के अन्दर है,वहाँ श्री जम्भगुरु का मन्दिर है ।।मरुभूमि को हम सबने निहारा है,श्री गुरु अवतार सबसे न्यारा है…

सेरा उठै सुजीव, छाण जल लीजिये।दांतण कर करे सिनान, जिवाणी जल कीजिये।।1।।बैस इकायंत ध्यान, नाम हरि पीजिये?रवि उगे तेही बार, चरण सिर दीजिये।।2।।गऊ घृत लेवे छाण, होम नित ही करो।पंखे से अग्न जगाय, फूंक देता डरो।।3।।सूतक पातक टाल, छाण जल…

आरती कीजे श्री महाविष्णु देवा,सुरनर मुनिजन करे सब सेवा।।पहली आरती शेष पर लोटे, श्री लक्ष्मी जी चरण पलोटे।।दूसरी आरती क्षीर समुद्र ध्यावे, नाभ कमल ब्रह्मा उपजाए।।तीसरी आरती विराट अखण्डा, जाके रोम कोटि ब्रह्मण्डा।।चैथी आरती वैकुण्ठे विलासी, काल अंगूठ सदा अविनाशी।।पांचवीं…

आरती कीजे श्री जम्भ तुम्हारी,चरण शरण मोही राखो मुरारीपहली आरती उनमुन कीजे, मन बच कर्म चरण चित दीजे।।दूसरी आरती अनहद बाजा, श्रवणे सुना प्रभु शब्द अवाजा।।तीसरी आरती कंठसुर गावे, नवध्या भक्ति प्रभु प्रेम रस पावे।चैथी आरती हिरदै में पूजा, आत्मदेव…

आरती कीजे गुरू जम्भ जती की,भगत उधारण प्राण पति कीपहली आरती लोहट घर आये,बिन बादल प्रभु इमिया झुराए।दूसरी आरती पींपासर आये, दूदा जी नें प्रभु परचो दिखाए।तीसरी आरती समराथल आए, पूला जी नें प्रभु स्वर्ग दिखाए।चैथी आरती अनूवे निवाए, बहुत…

कूं कूं केरा चरण पधारो गुरू जम्भदेव, साधु जो भक्त थारी आरती करे। जम्भ गुरू ध्यावे सो सर्व सिद्धि पावे, सन्तों क्रोड़ जन्म केरा पाप झरे। हृदय जो हवेली मांही रहो प्रभु रात दिन, मोतियन की प्रभु माला जो गले।…