
आवो मिलो जुमलै जुलो
आवो मिलो जुमलै जुलो, सिंवरो सिरजणहर। सतगुरू सतपंथ चालिया,खरतर खाण्डे धार। जम्भेश्वर जिभिया जपो, भीतर छोड़ विकार। सम्पत्ति सिरजणहर की, विधिसूं सुणों विचार। अवसर ढील न कीजिए, भले न लाभे वार। जमराजा वासे बह तलबी कियो तैयार। चहरी वस्तु न चाखियो उर पर तज अहंकार। बाड़े हूतां बीछड़या जारी सतगुरू करसी सार। सेरी सिवरण प्राणियां अन्तर बड़ो आधार। पर निंदा पापां सिरे भूल उठाये भार। परलै होसी पाप सूं मूरख सहसी मार। पाछे ही पछतावसी पापां तणी पहार। ओगण गारो…

शब्द 85
🙏🏻🙏🏻🙏🏻🙏🏻🙏🏻🙏🏻 *भोम भली कृषाण भी भला* गाँव जेतसर का जोधा नाम का एक जाट था। उसने कभी कोई शुभ कर्म नहीं किया, परंतु एक बार गर्मी के मौसम में उसने भूखे प्यासे कई साधु जनों को देखा। वह उन्हें अपने घर ले गया। जोधा ने साधुओं की अच्छी प्रकार सेवा टहल की, ठंडा पानी पिलाया ,अच्छा खाना खिलाया, ठंडी छाया, आराम करवाया। केवल एक दिन के साधु सत्कार से,उसके पूर्व जन्मों के सारे पाप नष्ट हो गये। उसका जीवन धर्ममय…

Delhi Bishnoi Mandir
+(91)-11-23818898 Upper Bela Road, Ring Road, Civil Lines, Delhi – 110054, Near IP College & Drdo Office

शब्द 86
🙏🏻🙏🏻🙏🏻🙏🏻🙏🏻🙏🏻 *जुग जागो,जुग जाग पिरांणी* एक समय समराथल पर विराजमान संत मंडली ने गुरु जंभेश्वर महाराज से प्रार्थना की कि वे उन्हें ऐसा ज्ञानोपदेश दें ताकि उनके ज्ञानचक्षु खुल जावें और वे मृत्यु भय से मुक्त होकर इस संसार सागर से पार जा सके। भक्तों की जिज्ञासा जान गुरु महाराज ने यह शब्द कहा:- *जुग जागो जूग जाग पिंराणी कांय* *जागंता सोवो* हे प्राणी!यह जागने की घड़ी है। देखो सारा जुग जाग रहा है। इस कली काल में जब और…

संजीव कुमार मोगा बिश्नोई
संजीव कुमार मोगा बिश्नोई (एंड्राइड एंड वेब डेवलपर) गाँव झलनियां ,फतेहाबाद ,हरियाणा ,भारत मोबाइल नंबर : 9780377429 (Whatsapp),9518013121

शब्द 87
🙏🏻🙏🏻🙏🏻🙏🏻🙏🏻🙏🏻🙏🏻 *जा का उंमग्या स माघूं* एक समय बीकानेर के राव लूणकरण ने युद्ध भूमि में अपनी जीत हार के विषय में प्रश्न पूछा।गुरु जंभेश्वर भगवान ने उसे यह समझाते हुए कि संसार को लड़ाई में जीतने में कुछ प्राप्त नहीं होता। सच्चा वीर वही है,जिसने अपने मन को जीत लिया है। मन को जीतने वाला अमरलोक का स्वामी बनता है। इसी भाव को स्पष्ट करते हुए गुरु महाराज ने राव लूणकरण के प्रति यह शब्द कहा:- *जांका उमंग्या समाधुं…

श्री गुरु जम्भेश्वर मंदिर मंगाली
Sandeep Ji Dhayal (Sarpanch): श्री गुरु जम्भेश्वर मंदिर मंगाली 1. बिन ब्याही गाय से दूध, बिन बादल बरसात करते जम्भ गुरु चमत्कारी है । 2. इन्ही की कृपा से मंदिर मंगाली बना-बना बड़ा ही मनोहारी है। 3. एक तरफ बाबा की कुटिया, दूसरी तरफ पंचायत घर, बीच में सुंदर सी फुलवारी है । 4. इसके निर्माण में लगे समिति जिसके बदरी जी धायल प्रभारी है । 5. लेखा-जोखा अप टू डेट करते अनिल भाम्भू कोषाधिकारी है । 6. इन्हीं का…


शब्द 88
🙏🏻🙏🏻🙏🏻🙏🏻🙏🏻🙏🏻 *गोरख लो गोपाल लो* जैसलमेर के राव जेतसिंह को कुष्ठ रोग हो गया था, जो श्री जंभेश्वर भगवान की शरण में आने से दूर हो गया। जेतसिंह ने उसकी प्रसन्नता एंव श्रद्धावश अपने शहर जैसलमेर में एक यज्ञ महोत्सव किया। वहां गुरु जंभेश्वर को आमंत्रित किया।उस यज्ञ महोत्सव में हजारों साधु-संत एवं राजा महाराजा एकत्रित हुए। यज्ञ संपन्न होने के पश्चात जब सब आगंतुक विदा होने लगे,उस समय गुरु महाराज ने जेतसिंह एवं अन्य लोगों के प्रति यह शब्द…

झलनियां (फतेहाबाद) बिश्नोई मंदिर
झलनियां (फतेहाबाद) बिश्नोई मंदिर

शब्द 89
🙏🏻🙏🏻🙏🏻🙏🏻🙏🏻🙏🏻🙏🏻 *उरधक चन्दा निरधन सूरुं* बाजेजी के साथ आए मलेर कोटले के शेख -सदू ने श्री जंभेश्वर महाराज का शिष्यत्व स्वीकार किया एवं विश्नोई बनकर अपने पूर्व पापों का प्रायश्चित किया। इस अवसर पर भगत बाजेजी ने गुरु महाराज के सम्मुख जिज्ञासा प्रकट की कि सत्य लोक कितने योजन दूर है? सूर्य,चंद्रमा एवं तारामंडल के तारे कितनी दूर है? गुरुदेव कृपा शून्य मंडल और उससे परे की बातें बतलाने की कृपा करें। भक्त के प्रश्न को जान गुरु महाराज ने…




