खिलते पुष्प : किरण बिश्नोई

किरण बिश्नोई सुपुत्री श्री कुलदीप जी गोदारा

किरण बिश्नोई सुपुत्री श्री कुलदीप जी गोदारा ने दक्षिण अफ्रीका के जोहानसबर्ग में चल रही राष्ट्रमंडल कुश्ती प्रतियोगिता में 72 किलोग्राम वर्ग में स्वर्ण पदक जीता।
Bishnoism – An Eco Dharma पेज के संचालक मंडल की ओर से हार्दिक बधाई एवं उज्जवल भविष्य की अग्रिम शुभकामनाएं।

परिचय

नाना की पहलवानी के किस्से सुन किरण ने सीखे दांव
घरवालों का इनकार, पर नाना ने दंगल में उतारा
मैं दसवीं में थी तो कुश्ती लड़ने की रुचि हुई। घरवालों को बताया। मगर वे नहीं माने। वे नहीं चाहते थे कि बेटी दंगल में लड़े। नाना रामस्वरूप खिचड़ इस बात से इत्तफाक नहीं रखते थे। नाना ने मेरा साथ दिया। वो खुद भी पहलवानी करते थे। नाना का साथ मिलने के बाद मैं कुश्ती लड़ने लगी। दांवपेंच सीखने के बाद दंगल में उतारी। उसके बाद पीछे मुड़कर नहीं देखा। ननिहाल में शुरुआत करने के बाद शहर पहुंची। इसके बाद हिसार के महाबीर स्टेडियम में रेसलिंग कोच विष्णुदास से प्रशिक्षण लेना शुरू किया। बीते 7 सालों में एक के बाद एक कई सफलता हासिल की। कुश्ती में बेहतर प्रदर्शन के बाद ही केंद्र सरकार ने रेलवे में टीसी के पद पर नियुक्ति भी दी है।
– किरण गोदारा

 

Discover more from Bishnoi

Subscribe to get the latest posts sent to your email.

Sanjeev Moga
Sanjeev Moga
Articles: 1659

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *